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prayogvad ki pramukh vissheshta

प्रयोगवाद: परिवेश और प्रवृतियाँ

सामान्य परिचय: सन् 1943 में अज्ञेय द्वारा प्रकाशित 'तारसप्तक' के साथ ही प्रयोगवाद का आरम्भ माना जाता है। वास्तव में प्रगतिवाद विचारधारा अपने विकसित होने की अवस्था में क्रमशः एकांगी होती गयी जिससे एक प्रकार की दर्शनात्मकता का  प्रभाव उस