हिंदी साहित्य की ओर एक कदम।
Browsing Tag

mira ke pad saprasang vyahya

मीरा के पद सप्रसंग व्याख्या

मीराबाई के निम्नलिखित पद बी.कॉम प्रोग्राम के ge पेपर हिन्दी-'क' में लगे हुए हैं। पद मण थें परस हरि रे चरण॥टेक॥ सुभग सीतल कँवल कोमल, जगत ज्वाला हरण। जिण चरण प्रहलाद परस्याँ, इन्द्र पदवी धरण। जिण चरण ध्रुव अटल करस्याँ, सरण असरण सरण।