हिन्दी उपन्यास का उद्भव और विकास
भारतेन्दु युग में ही हिंदी उपन्यास-लेखन की परम्परा का श्रीगणेश हुआ। तब से बराबर उन्नति करती हुई उप्नयास विधा समकालीन हिन्दी साहित्य की महत्वपूर्ण गद्य–विद्या के रूप में प्रतिष्ठित है। भारतेन्दु से लेकर आज तक के हिन्दी उपन्यास के समूचे!-->…