हिंदी साहित्य की ओर एक कदम।

DU B.A. Programme Skill Enhancement Course (SEC) 1st Year Syllabus

0 2,072

यह पाठ्यक्रम बी.ए. प्रोग्राम के प्रथम वर्ष में पढ़ाए जाने वाले Skill Enhancement Course (SEC) पेपर का है। इसमें छात्रों को निम्नलिखित तीन पेपर पढ़ाए जाएंगे:
1. पटकथा लेखन
2. रंगमंच
3. रचनात्मक लेखन
इन तीनों पेपर का विस्तृत पाठ्यक्रम यहाँ दिया गया है।

SKILL ENHANCEMENT COURSE
offered by
DEPARTMENT OF HINDI

SEC 1: पटकथा लेखन

Course TitleCreditsLectureTutorialPractical/PracticeEligibility Criteria
पटकथा लेखन020212th Pass

Course Objective:

  • पटकथा लेखन का परिचय कराना |
  • विद्यार्थी की लेखन – क्षमता और भाषा कौशल को बढ़ावा देना ।
  • विद्यार्थी को लेखन में रोजगार सम्बन्धी क्षेत्रों के लिए तैयार करना |

Course Learning Outcomes:

  • पटकथा लेखन तथा उसके तकनीकी शब्दों से विदयार्थी अवगत हो सकेगा।
  • पटकथा लेखन की जानकारी मिलने के उपरान्त विद्यार्थी के लिए रोजगार की संभावनाएँ बनेंगी।
  • विद्यार्थी भाषायी सम्प्रेषण को समझते हुए लेखन से सम्बन्धित विभिन्न पक्षों से अवगत हो सकेगा।
  • विद्यार्थी में अभिव्यक्ति कौशल का विकास हो सकेगा।

SYLLABUS
यूनिट 1
: (4 सप्ताह)

  • पटकथा लेखन: परिचय
  • पटकथा के तत्व
  • पटकथा के प्रकार
  • पटकथा की शब्दावली

यूनिट 2: (4 सप्ताह)

  • पटकथा लेखन में शोध का महत्व
  • चरित्र की निर्मिति और विकास
  • एक दृश्य का लिखा जाना
  • तीन अंक (थ्री एक्ट) और पाँच अंक ( फाइव एक्ट) को समझना

यूनिट 3: (4 सप्ताह)

  • वेबसीरीज के लिए पटकथा लेखन
  • लघु फ़िल्म के लिए पटकथा लेखन
  • वृत्तचित्र के लिए पटकथा लेखन
  • विज्ञापन फ़िल्म के लिए पटकथा लेखन

यूनिट 4: (3 सप्ताह)

  • पटकथा का पाठ और विश्लेषण
  • किसी आईडिया को स्क्रीन प्ले के तौर पर विकसित करना

सन्दर्भ पुस्तकें:

  • पटकथा कैसे लिखें: राजेंद्र पांडेय – वाणी प्रकाशन,
  • दिल्ली, संस्करण 2015 पटकथा लेखन : एक परिचय मनोहर श्याम जोशी राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, संस्करण – 2000
  • कथा-पटकथाः मन्नू भंडारी वाणी प्रकाशन, दिल्ली, संस्करण – 2014
  • व्यावहारिक निर्देशिका: पटकथा लेखन: असग़र वजाहत राजकमल प्रकाशन, दिल्ली संस्करण – 2011
  • आईडिया से परदे तक: रामकुमार सिंह राजकमल प्रकाशन, दिल्ली संस्करण – 2021

Examination Scheme & Mode:

  • Total Marks : 100
  • Internal Assessment: 25marks
  • Practical Exam ( Internal): 25marks
  • End Semester University Exam : 50marks
  • The Internal Assessment for the course may include Class participation, Assignments, Class tests, Projects, Field Work, Presentations, amongst others as decided by the faculty

Note: Examination scheme and mode shall be as prescribed by the Examination Branch, University of Delhi, from time to time.

SEC 2:रंगमंच

Course TitleCreditsLectureTutorialPractical/PracticeEligibility Criteria
रंगमंच020212th Pass

Course Objective:

  • हिन्दी रंगमंच का सामान्य परिचय कराना।
  • नाट्य प्रस्तुति की प्रक्रिया की जानकारी देना।
  • अभिनय के विभिन्न पक्षों से अवगत कराना।
  • रंगमंच के खेलों और गतिविधियों से अवगत कराना।

Course Learning Outcomes:

  • नाट्य प्रस्तुति की प्रक्रिया से विद्यार्थी अवगत हो सकेगा।
  • रंगमंच की सामान्य जानकारी मिलने के उपरान्त इस क्षेत्र में विद्यार्थी के लिए रोजगार की संभावनाएँ बनेंगी।
  • रंगमंचीय गतिविधियों से विद्यार्थी के व्यक्तित्व का विकास हो सकेगा।
  • विद्यार्थी में अभिव्यक्ति कौशल का विकास हो सकेगा।

SYLLABUS
यूनिट 1:
(4 सप्ताह)

  • भरत मुनि कृत नाट्यशास्त्र (संक्षिप्त परिचय)
  • हिन्दी का पारंपरिक रंगमंच ( संक्षिप्त परिचय)

यूनिट 2: (4 सप्ताह)

  • प्रस्तुति-प्रक्रिया: आलेख का चयन, अभिनेताओं का चयन, दृश्य- परिकल्पना (ध्वनि-संगीत-नृत्य-प्रकाश), पूर्वाभ्यास

यूनिट 3: (4 सप्ताह)

  • अभिनय की तैयारी : वाचिक, आंगिक, आहार्य, सात्विक

यूनिट 4: (2 सप्ताह )

  • आशु अभिनय, थिएटर गेम्स, संवाद वाचन, शारीरिक अभ्यास, सीन वर्क

यूनिट 5: (1 सप्ताह)

  • मंच प्रबंधन: सेट, रंग सामग्री, प्रचार- प्रसार, ब्रोशर निर्माण

सन्दर्भ पुस्तकेंः

  • संक्षिप्त नाट्यशास्त्रम् – राधावल्लभ त्रिपाठी, वाणी प्रकाशन, दिल्ली, 2009
  • रंग स्थापत्य: कुछ टिप्पणियाँ – एच. वी. शर्मा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय प्रकाशन, दिल्ली, 2004
  • पारंपरिक भारतीय: रंगमंच अनंतधाराएँ – कपिला वात्स्यायन, अनुवाद – बी उज़म्मा, नेशनल बुक ट्रस्ट, दिल्ली, 1995
  • हिंदी रंगमंच का लोकपक्ष, सं प्रो. रमेश गौतम, स्वराज प्रकाशन, दिल्ली 2020
  • मंच आलोकन – जी. एन. दासगुप्ता, अनुवाद – अजय मलकानी, नेशनल बुक ट्रस्ट, दिल्ली, 2006
  • रंगमंच के सिद्धांत – सं महेश आनंद, देवेन्द्र राज अंकुर, राजकमल प्रकाशन, दिल्ली 2008

Examination Scheme & Mode:

  • Total Marks : 100
  • Internal Assessment: 25marks
  • Practical Exam ( Internal): 25marks
  • End Semester University Exam : 50marks
  • The Internal Assessment for the course may include Class participation, Assignments, Class tests, Projects, Field Work, Presentations, amongst others as decided by the faculty

Note: Examination scheme and mode shall be as prescribed by the Examination Branch, University of Delhi, from time to time.

SEC 3:रचनात्मक लेखन

Course TitleCreditsLectureTutorialPractical/PracticeEligibility Criteria
रचनात्मक लेखन020212th Pass

Course Objectives:

  • विद्यार्थियों के मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति कौशल को विकसित करना।
  • उनमें कल्पनाशीलता और रचनात्मकता का विकास करना ।
  • साहित्य की विविध विधाओं और उनकी रचनात्मक शैली का परिचय कराते हुए लेखन की ओर प्रेरित करना ।
  • प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक माध्यमों के लिए लेखन की प्रवृत्ति को विकसित करना।

Course Learning Outcomes:
इस पाठ्यक्रम के अध्ययन के पश्चात् विद्यार्थियों में:

  • मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति कौशल को विकसित होने में मदद मिलेगी।
  • उसमें कल्पनाशीलता और रचनात्मकता का विकास हो सकेगा।
  • साहित्य की विविध विधाओं और उनकी रचनात्मकता शैली का परिचय होगा जिससे वे स्वयं भी इन विधाओं में लेखन की अग्रसर हो सकेंगे।
  • प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक माध्यमों के लिए लेखन की ओर भी ये अग्रसर होंगे।

SYLLABUS
इकाई 1:
(5 सप्ताह)

  • रचनात्मक लेखन: अवधारणा स्वरूप आधार एवं विश्लेषण
  • भाव एवं विचार की रचना में अभिव्यक्ति की प्रक्रिया
  • अभिव्यक्ति के विविध क्षेत्र: साहित्य पत्रकारिता, विज्ञापन, भाषण
  • लेखन के विविध रूपः मौखिक – लिखित, गद्य-पद्य, कथात्मक कथेतर अर्थ निर्मिति के आधारः शब्द और अर्थ की मीमांसा शब्द के पुराने – नए प्रयोग, शब्द की व्याकरणिक कोटि

इकाई 2
भाषा भंगिमा और साहित्य लेखन:
(5 सप्ताह)

  • भाषा की भंगिमाएँ: औपचारिक-अनौपचारिक, मौखिक – लिखित, मानक भाषिक संदर्भ: क्षेत्रीय, वर्ग-सापेक्ष, समूह – सापेक्ष
  • रचना-सौष्ठवः शब्दशक्ति, प्रतीक, बिम्ब, अलंकारवक्रता
  • कविता: संवेदना, भाषिक सौष्ठव, छंदबद्ध छंदमुक्त, लय, गति, तुक
  • कथा-साहित्य: वस्तु, पात्र, परिवेश, कथ्य और भाषा

इकाई 3
विविध विधाओं एवं सूचना माध्यमों के लिए लेखन: (5 सप्ताह)

  • नाट्य- साहित्य: वस्तु, पात्र, परिवेश, कथ्य, रंगमंच और नाट्य-भाषा
  • विविध गद्य विधाएँ: निबंध, संस्मरण, आत्मकथा, व्यंग्य, रिपोर्ताज, यात्रा-वृत्तांत
  • प्रिंट माध्यम के लिए लेखन: फीचर, यात्रा वृतांत, साक्षात्कार, विज्ञापन
  • इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के लिए लेखन: विज्ञापन, पटकथा, संवाद

Practical Exercises if any:
नोट: उपर्युक्त का परिचय देते हुए इनका अभ्यास भी करवाया जाए।

References and suggested Readings:

  1. साहित्य चिंतन: रचनात्मक आयाम: रघुवंश
  2. शैली: रामचंद्र मिश्र
  3. रचनात्मक लेखन: सं. रमेश गौतम
  4. कविता क्या है: विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
  5. कथा-पटकथाः मन्नू भंडारी
  6. पटकथा लेखन: मनोहर श्याम जोशी
  7. कला की जरूरत: अर्नेस्ट फिशर: अनुवादक: रमेश उपाध्याय
  8. साहित्य का सौंदर्यशास्त्र : रवींद्रनाथ श्रीवास्तव
  9. कविता: रचना-प्रक्रिया: कुमार विमल

Examination Scheme & Mode:

  • Total Marks : 100
  • Internal Assessment: 25marks
  • Practical Exam ( Internal): 25marks
  • End Semester University Exam : 50marks
  • The Internal Assessment for the course may include Class participation, Assignments, Class tests, Projects, Field Work, Presentations, amongst others as decided by the faculty

Note: Examination scheme and mode shall be as prescribed by the Examination Branch, University of Delhi, from time to time.

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