B.A. (Prog.) Generic Hindi Language Syllabus 1st Year

हिन्दी-‘क’
‘हिंदी-क’ (उन विद्यार्थियों के लिए जिन्होंने 12वीं कक्षा तक हिंदी पढ़ी है।)
हिंदी : भाषा और साहित्य
Course Objective (2-3):
- हिंदी भाषा और साहित्य की सामान्य जानकारी विकसित करना।
- राष्ट्रभाषा, राजभाषा और संपर्क भाषा के रूप में हिंदी की स्थिति का परिचय देना।
- विषिष्ट कविताओं के अध्ययन विष्लेषण के माध्यम से कविता-संबंधी समझ विकसित करना।
Course Learning Outcomes:
- हिंदी साहित्य और भाषा के विकास की स्पष्ट समझ विकसित होगी।
- आधुनिक आवष्यकताओं के अनुरूप राष्ट्रभाषा, राजभाषा और संपर्क भाषा की जानकारी प्राप्त होगी।
इकाई-1:
(क) हिंदी भाषा का उद्भव एवं विकास
(ख) राष्ट्रभाषा, राजभाषा और संपर्क भाषा के रूप में हिंदी
इकाई-2: हिंदी साहित्य का इतिहास
(क) हिंदी साहित्य का इतिहास (आदिकाल, मध्यकाल) सामान्य परिचय
(ख) हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल ) सामान्य परिचय
इकाई-3:
(क) संत काव्य (संग्रह): परषुराम चतुर्वेदी किताब महल, इलाहाबाद, 1952; संत रैदासजी पद 1 4 और 19
(ख) भूषण भूषण ग्रंथावली, सं. आचार्य विष्वनाथ प्रसादमिश्र, वाणी प्रकाषन, दिल्ली, 1998; कवित्त संख्या 409, 411, 412
(ग) बिहारी बिहारी रत्नाकर, सं. जगन्नाथदास रत्नाकर बी.ए., प्रकाषन संस्थान, नई दिल्ली, – सं. 2006, दोहा 1, 10, 13, 32
इकाई-4 : आधुनिक हिंदी कविता
- माखनलाल चतुर्वेदी : बेटी की विदाई
- जयशंकर प्रसाद : हिमाद्रि तुंग श्रृंग से
- नागार्जुन : बादल को घिरते देखा है।
References
9. रामचंद्र शुक्ल हिंदी साहित्य का इतिहास
10. हजारीप्रसाद द्विवेदी : हिंदी साहित्य की भूमिका
11. सं. डॉ. नगेंद्र : हिंदी साहित्य का इतिहास
12. रामस्वरूप चतुर्वेदी : हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास
13. डॉ. रसाल सिंह : हिंदी साहित्य के इतिहास पर कुछ नोट्स
Teaching Learning Process :
व्याख्यान, सामूहिक चर्चा, वीडियो आदि
1 से 3 सप्ताह : इकाई-1 4 से 6 सप्ताह : इकाई-2
7 से 9 सप्ताह : इकाई- 3
10 से 12 सप्ताह : इकाई- 4
13 से 14 सप्ताह : सामूहिक चर्चा, विषेष व्याख्यान एवं आंतरिक मूल्यांकन संबंधी गतिविधियाँ
Assessment Methods :
टेस्ट और असाइनमेंट
हिंदी-‘ख’
‘हिंदी-‘ख’: (उन विद्यार्थियों के लिए जिन्होंने 10वीं कक्षा तक हिंदी पढ़ी है ।)
हिंदी : भाषा और साहित्य
Course Objective (2-3) :
- हिंदी भाषा और साहित्य की सामान्य जानकारी विकसित करना।
- विषिष्ट कविताओं के अध्ययन – विष्लेषण के माध्यम से कविता संबंधी समझ विकसित करना।
Course Learning Outcomes :
- हिंदी साहित्य और भाषा के विकास की स्पष्ट समझ विकसित होगी।
- विषिष्ट कविताओं के अध्ययन से साहित्य की समझ विकसित होगी।
इकाई-1 : हिंदी भाषा और साहित्य
- हिंदी भाषा का उद्भव और विकास
- हिंदी की प्रमुख बोलियों का परिचय
- हिंदी साहित्य का इतिहास : संक्षिप्त परिचय (आदिकाल, मध्यकाल)
- हिंदी साहित्य का इतिहास : संक्षिप्त परिचय (आधुनिक काल )
इकाई-2 : भक्तिकालीन कविता :
- कबीर – कबीर ग्रंथावली, सं. श्यामसुंदर दास, नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी 17वां – संस्करण, साखी : गुरुदेव कौ अंग 24, 25, 26, 27, 28, 33, 34 सं. 2049 वि.
- तुलसी : ‘रामचरितमानस’ गीताप्रेस गोरखपुर से ‘केवट प्रसंग’
इकाई-3 :
- मैथिलीशरण गुप्त : नर हो न निराश करो
- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ : तोड़ती पत्थर
- केदारनाथ अग्रवाल धूप
इकाई-4 : आधुनिक कविता
- सुभद्रा कुमार चौहान : बालिका का परिचय
- निराला : तोड़ती पत्थर
References :
- रामचंद्र शुक्ल हिंदी साहित्य का इतिहास
- हजारीप्रसाद द्विवेदी हिंदी साहित्य की भूमिका
- सं. डॉ. नगेंद्र : हिंदी साहित्य का इतिहास
- रामस्वरूप चतुर्वेदी हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास
- आ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र : भूषण ग्रंथावली
- डॉ. रसाल सिंह : हिंदी साहित्य के इतिहास पर कुछ नोट्स
Teaching Learning Process :
व्याख्यान, सामूहिक चर्चा
1 से 3 सप्ताह : इकाई-1
4 से 6 सप्ताह : इकाई-2
7 से 9 सप्ताह : इकाई- 3
10 से 12 सप्ताह : इकाई-4
13 से 14 सप्ताह : सामूहिक चर्चा, विषेष व्याख्यान एवं आंतरिक मूल्यांकन संबंधी गतिविधियाँ
Assessment Methods :
टेस्ट और असाइनमेंट
‘हिंदी-‘ग’
‘हिंदी-‘ग’: (उन विद्यार्थियों के लिए जिन्होंने 8वीं कक्षा तक हिंदी पढ़ी है।)
हिंदी : भाषा और साहित्य
Course Objective (2-3) :
- हिंदी भाषा और साहित्य की सामान्य जानकारी विकसित करना।
- विशिष्ट कविताओं के अध्ययन – विष्लेषण के माध्यम से कविता संबंधी समझ विकसित करना ।
Course Learning Outcomes :
- हिंदी साहित्य और भाषा के विकास की स्पष्ट समझ विकसित होगी।
- विषिष्ट कविताओं के अध्ययन से साहित्य की समझ विकसित होगी।
इकाई-1 : हिंदी भाषा और साहित्य
(क) हिंदी भाषा का उद्भव एवं विकास
(ख) हिंदी का भौगोलिक विस्तार
(ग) हिंदी कविता का विकास (आदिकाल, मध्यकाल) : सामान्य विषेषताएँ
(घ) हिंदी कविता का विकास (आधुनिक काल) : सामान्य विषेषताएँ
इकाई-2 : भक्तिकालीन हिंदी कविता
- कबीर : कबीर ग्रंथावली, सं. श्यामसुंदर दास, नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी 17वां संस्करण, सं. 2049 वि.
साखी : गुरुदेव कौ अंग – 19, 20, 21, 22, 23 - सूरदास : मैया मैं नहिं माखन खायौ उधोमन न भए दस-बीस
इकाई-3 : रीतिकालीन हिंदी कविता
(क) बिहारी :
-मेरी भव बाधा हरौ
-कनक कनक ते सौंगुनी
-कहत नटत रीझत खिजत
(ख) घनानंद : अति सूधो सनेह को मारग रावरे रूप की रीति अनूप
इकाई-4 : आधुनिक हिंदी कविता
- सुमित्रा नंदन पंत : आह! धरती कितना देती है
- सर्वेश्वर दयाल सक्सेना : लीक पर वे चलें
References :
- कबीर : हजारीप्रसाद द्विवेदी
- तुलसीकाव्य – मीमांसा : उदयभानु सिंह
- हिंदी साहित्य का सरल इतिहास : विश्वनाथ त्रिपाठी
- बिहारी की वाग्विभूति : विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- हिंदी साहित्य का इतिहास रामचंद्र शुक्ल
- डॉ. रसाल सिंह : हिंदी साहित्य के इतिहास पर कुछ नोट्स
Teaching Learning Process :
सीखने की इस प्रक्रिया में हिंदी साहित्य और हिंदी कविता को मजबूती प्रदान करना है। कालक्रम के विद्यार्थी युग बोध कोठी से जान सकेंगे। छात्र कविता के माध्यम से उसमें निहित मानवतावादी दृष्टिकोण को बेहतर तरीके से जान सकेंगे। हिंदी भाषा आज तेजी से वैष्वीकृत हो रही है। ऐसे में कविता की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। साहित्य के आरंभ से ही कविता ने समय और समाज को प्रभावित किया है और मानवीय आचरण को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अतः षिक्षण में हिंदी कविता छात्रों के दृष्टिकोण को और भी अधिक परिपक्व करेगी। प्रस्तुत पाठ्यक्रम को निम्नांकित सप्ताहों में
विभाजित किया जा सकता है:
1 से 3 सप्ताह : इकाई-1
4 से 6 सप्ताह : इकाई-2
7 से 9 सप्ताह : इकाई-3
10 से 12 सप्ताह : इकाई- 4
13 से 14 सप्ताह : सामूहिक चर्चा, विषेष व्याख्यान एवं आंतरिक मूल्यांकन संबंधी गतिविधियाँ
Assessment Methods :
टेस्ट और असाइनमेंट